कर्फ्यू वाले क्षेत्र में एक तरफ तो अधिकांश जगहों पर प्रशासन खाद्य सामग्री सप्लाई नहीं कर पा रहा है वहीं होल सेल तेल, खाद्य, किराना सामग्री वाले व्यापारियों ने चोरी छुपे कीमत में बढ़ोतरी कर दी है। व्यापारियों ने बताया कि आटा कट्टों का मिल व्यापारी बिल नहीं दे रहे हैं। कच्ची पर्ची पर बिल बना कर दे रहे हैं। आटा मिल संचालकों के 10 किलो कट्टे पर 70 रुपए बढा़ दिए हैं। पहले 10 किलो आटा का कट्टा 250 रुपए का आता था, अब 320 रुपए का बेच रहे हैं। रिफाइंड का एक लीटर तेल अब 88 की जगह 100 रुपए में बेचा जा रहा है।
शहर में अधिकतर जगहों पर सियाराम, लक्ष्मीभोग, नमस्कार, श्रीरामभोग, श्री, सरस गोल्ड कंपनी आटा सप्लाई कर रही है। हालात यह है कि ऑनलाइन सप्लाई करने वाले ऐप ने भी कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। मिल संचालक दुकानदारों पर बल्क में कट्टे लेने का दबाव बना रहा है। नतीजन बदनपुरा, गंगापोल, रामगढ़ मोड, जयसिंहपुरा खोर, सुभाष चौक, जोरावर सिंह गेट चारदरवाजा के परचून दुकानदारों ने दुकानें खो6लना बंद कर दिया है। दुकानदार पूर्णमल, कैलाश गुप्ता का कहना है महंगे दाम में खाद्य सामग्री मिलने पर दुकानदारी प्रभावित हो रही है।

एक लीटर तेल पैकिंग पर संकट : लॉकडाउन के बाद एक लीटर तेल की सप्लाई की डिमांड बढ़ गई है। खाद्य सामग्री में एक लीटर तेल ही रखा जा रह है। इस वजह से एक लीटर सरसों के तेल की कालाबाजारी सबसे अधिक हो रही है। खाद्य पैकिट वितरण करने वाले लोगों का इस पैकिंग में तेल नहीं मिल रहा है। यहां तक सूरजपोल मंडी में कुछ तेज व्यापारी जमकर लॉकडाउन का फायदा उठा रहे हैं।